📰 दिल्ली में ‘थ्रोट-चोक गैंग’ का पर्दाफाश, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

नई दिल्ली | 26 अक्टूबर 2025 | दिल्ली पुलिस ने राजधानी में सक्रिय एक खतरनाक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसे स्थानीय लोग ‘थ्रोट-चोक गैंग’ के नाम से जानते हैं। यह गिरोह शहर में आम नागरिकों पर अचानक हमला कर, गला दबाकर और हाथ-पैर बाँधकर लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देता था। इस गैंग के एक सक्रिय सदस्य को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है और उसके पास से अवैध हथियार, जिनमें .32 बोर पिस्टल और कारतूस शामिल हैं, बरामद किए गए हैं।


🚨 गिरोह का modus operandi

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह गैंग प्रायः सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टॉप, सुनसान गली और बाज़ार के अंधेरे हिस्सों में सक्रिय रहता था। इनके सदस्य अचानक पीछे से हमला करते थे, पीड़ित का गला दबाते थे और फिर हाथ-पैर बाँधकर उनसे नकदी, मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान छीन लेते थे। कई मामलों में गैंग के सदस्य मोटरसाइकिल और ऑटो रिक्शा का इस्तेमाल कर मौके से फरार हो जाते थे।


👮 पुलिस की कार्रवाई

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीम ने एक संयुक्त अभियान चलाया। गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई के दौरान गैंग का एक सदस्य दबोच लिया गया। पुलिस को संदेह है कि इस गिरोह के अन्य सदस्य भी राजधानी और NCR के अलग-अलग हिस्सों में सक्रिय हो सकते हैं।
पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि गैंग के बाकी नेटवर्क का पता लगाया जा सके।


🔎 राजधानी में अपराध का पैटर्न

दिल्ली में हाल के महीनों में सड़क अपराध, लूट और हथियारबंद गिरोह की गतिविधियों में इज़ाफ़ा दर्ज किया गया है। पुलिस का मानना है कि यह गैंग अकेला नहीं है, बल्कि अन्य छोटे-छोटे गिरोह भी सक्रिय हैं। नागरिकों को सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत पुलिस को सूचना देने की अपील की गई है।


🗣️ पुलिस अधिकारियों का बयान

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया:
“इस तरह के गैंग आम लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर ख़तरा हैं। हमने शुरुआती स्तर पर ही कार्रवाई की है और बाकी आरोपियों की तलाश तेज़ी से जारी है। जनता की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।”


📌 निष्कर्ष

‘थ्रोट-चोक गैंग’ की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इससे यह साफ़ है कि राजधानी में अपराध-नियंत्रण के लिए पुलिस निरंतर प्रयासरत है। साथ ही, यह घटना नागरिकों को सावधान रहने का संदेश भी देती है, ताकि वे किसी संदिग्ध स्थिति में तुरंत पुलिस की मदद ले सकें।