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भारत के शेयरबाजार नियंत्रक SEBI ने Nifty Bank सहित बैंकिंग स्टॉक-इंडेक्स का पुनर्गठन मार्च 2026 तक पूरा करने की मंज़ूरी दी।
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Bankex और Nifty Financial Services के पुनर्गठन का पहला चरण दिसंबर 2025 में होगा, जबकि Nifty Bank चार चरणों में मार्च तक बदलेगा।
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प्रवृत्ति यह दिखा रही है कि इंडेक्स फ्यूचर्स-डेरिवेटिव्स में बाहरी हस्तक्षेप को कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
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विश्लेषकों के अनुसार इस बदलाव से बैंकिंग सेक्टर की संवेदनशीलता कम होगी और निवेशक भरोसा बढ़ सकेगा।
नई दिल्ली — भारत के वित्तीय नियामक Securities and Exchange Board of India (SEBI) ने आज बैंकिंग शेयर-इंडेक्स जैसे Nifty Bank, Bankex व Nifty Financial Services को बदलने का औपचारिक निर्देश दिया है। इस आदेश के तहत Bankex और Nifty Financial Services को पहले चरण में दिसंबर 2025 तक बदला जाएगा, जबकि Nifty Bank का पुनर्गठन चार हिस्सों में मार्च 2026 तक पूरा होगा।
SEBI का मानना है कि वर्तमान इंडेक्स-डेरिवेटिव संबंधी ढाँचे में बाहरी गतिविधियों व सूचनात्मक विकृति (information asymmetry) का जोखिम है। इस दिशा में कदम उठाते हुए इंडेक्स में शामिल कंपनियों का वेटेज (weightage), चयन मानदंड और देरी-घटताव (tenure) बदलने का निर्णय लिया गया है।
विश्लेषकों का कहना है कि यह परिवर्तन बैंकिंग क्षेत्र के स्टॉक्स को ज्यादा स्थिर बना सकता है और जोखिम-प्रवण बाजार संरचनाओं में सुधार लाएगा। हालांकि अभी निजी-बैंकिंग शेयरों के वेटेज परिवर्तन का असर आगे देखा जाना है।
समय-सारणी के अनुसार:
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दिसंबर 2025: Bankex व Nifty Financial Services का पहला पुनर्गठन चरण
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मार्च 2026: Nifty Bank का चार-चरणीय विश्लेषण व बदलाव पुरा
इस फैसले से स्पष्ट संदेश जाता है कि भारतीय वित्तीय बाज़ार अब सिर्फ विकास-उन्मुख नहीं, बल्कि संरचनात्मक सुधार-उन्मुख भी बन चुके हैं।